नारी शक्ति (Naari Shakti)

नारी शक्ति शक्ति भी तू , भक्ति भी तू, तू मान है महान है, प्रेम का सागर है तू , तू गुणों की खान है। स्नेह वात्सल्य वाहिनी, तू ही है जीवन दायनी, भाव का भंडार तू, तेरी जान से जहान है। कोमल मधुर मधुरिमा, ब्रह्मांड में तू अग्रिमा, अर्धांगिनी पुत्री या मां, तेरे मान में सम्मान है। अपार शक्ति संचिता, देवी स्वरूप अंकिता, सर्वश्रेष्ठ निर्माण तू , तू असीमित ज्ञान है। नारी तुझे प्रणाम है।। नारी तुझे प्रणाम है।। Dr.Anshul Saxena