जल है तो कल है
जल है तो कल है
नमस्कार पाठकों!आज पूरा देश जल के संकट से जूझ रहा है।ऐसी दशा में मैंने कुछ पंक्तियां जल के संदर्भ में लिखी हैं। जल है तो कल है -इन पंक्तियों के द्वारा मैं लोगों तक यह महत्वपूर्ण संदेश पहुंचाना चाहती हूँ।
जल है तो कल है

वर्षा की फ़ुहार है जल से,
धरती की बहार है जल से,
जल जीवन-आधार हमारा,जल बिन सूना ये जग सारा।।
एक बूंद चातक को जैसे,
प्यासे को जल अमृत वैसे,
जल को व्यर्थ ना कभी बहाना,
लो संकल्प है इसे बचाना।।
Comments