हर घर तिरंगा ( Har Ghar Tiranga)

  हर घर तिरंगा 

( Har Ghar Tiranga)

Har ghar tiranga Hindi poem


आजादी का अमृत उत्सव,
देश भक्ति में रंग बिरंगा,
देश प्रेम का तिलक लगा सब,
हर घर में लहराओ तिरंगा।।

आतंक पनपने ना पाए,
घर के भेदी घर को जाएं,
आओ हम ऐसे मिल जाएं,
ना फ़साद ना हो फिर दंगा।
हर घर में लहराओ तिरंगा।।

हर अतिथि का हो अभिनंदन,
हर धर्म का करते हम वंदन,
इस देश की माटी जैसे चंदन,
देश प्रेम पावन ज्यों गंगा।
हर घर में लहराओ तिरंगा।।



Comments

Anonymous said…
Wah👏
Anonymous said…
My name is also Anshul

Popular Posts

गृहणी (Grahani)

नारी - एक चिंगारी ( Naari Ek Chingari)

बेटियाँ (Betiyan)

सलीक़ा और तरीक़ा (Saleeka aur Tareeka)

सुकून (Sukoon)

तानाशाही (Tanashahi)

होली है (Holi Hai)

नव वर्ष शुभकामनाएं (New Year Wishes)

अभिलाषा: एक बेटी की