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नारी - एक चिंगारी ( Naari Ek Chingari)

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 एक चिंगारी नारी अभिमान की आवाज़ में कभी रीति में रिवाज़ में भक्ति है जो उस नारी को शक्ति जो उस चिंगारी को जितना भी उसे दबाओगे एक ज्वाला को भड़काओगे। उस अंतर्मन में शोर है बस चुप वो ना कमज़ोर है जितना तुम उसे मिटाओगे उतना मजबूत बनाओगे। बचपन में थामा था आंचल वो ही पूरक वो ही संबल तुम उसके बिना अधूरे हो तुम नारी से ही पूरे हो जितना तुम अहम बढ़ाओगे अपना अस्तित्व मिटाओगे। By- Dr.Anshul Saxena 

नव वर्ष शुभकामनाएं (New Year Wishes)

 नव वर्ष शुभकामनाएं

खट्टी मीठी याद लिए,
बीते साल की शाम ढली।
नव उमंग नव तरंग लिए,
नए साल की कली खिली।
नई कली जीवन महकाए,
हर जीवन में मंगल लाए।।

नव वर्ष की शुभकामनाएं💐🙏
नववर्ष की शुभकामनाएं शायरी


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