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नारी - एक चिंगारी ( Naari Ek Chingari)

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 एक चिंगारी नारी अभिमान की आवाज़ में कभी रीति में रिवाज़ में भक्ति है जो उस नारी को शक्ति जो उस चिंगारी को जितना भी उसे दबाओगे एक ज्वाला को भड़काओगे। उस अंतर्मन में शोर है बस चुप वो ना कमज़ोर है जितना तुम उसे मिटाओगे उतना मजबूत बनाओगे। बचपन में थामा था आंचल वो ही पूरक वो ही संबल तुम उसके बिना अधूरे हो तुम नारी से ही पूरे हो जितना तुम अहम बढ़ाओगे अपना अस्तित्व मिटाओगे। By- Dr.Anshul Saxena 

विवाह- मेहमान और उपहार




 शुभ विवाह संपन्न,🙏
 फिर सब शुरू हो जाते हैं,
 जो जाते हैं जो बुलाते हैं, 
 सबकी शिकायतों के
 बस्ते खुल जाते हैं।।🤗

 लोग क्या लाते हैं,
 क्या दे जाते हैं,
 आइए ऐसी टीका- टिप्पणियों का,
 मिलकर लुत्फ़ उठाते हैं।।🤓

एक को बुलाओ तो,
चार चार आते हैं,😏
हज़ारों लेते हैं,
सौ पाँच सौ दे जाते हैं।।🙄

कुछ नकली हार भी, 
सोने का बताते हैं,😎
बहुत क़ीमती है,
ऐसा दिखाते हैं।😂

कुछ लोग तो पता नहीं,
क्या-क्या दे जाते हैं, 
अपने अन उपयोगी उपहारों को, 
बड़ी शान से थमाते हैं।🙌

कुछ शादी की खुशी इस तरह मनाते हैं,
एक दो नहीं आठ दस टिकाते हैं,🍻
फिर क्या देना है कुछ याद नहीं रहता,
अंत में खाली लिफ़ाफ़ा ही दे आते हैं।।😂

कुछ खाने में क्या है, 
ऐसी जानकारी जुटाते हैं,🍖🍔🍜🍛
ऐसे अवसर कहां बार-बार आते हैं,🍕🌭🌮🌯🍨
इसलिए एक एक चीज़ जी भर के खाते हैं।।

कुछ लोग तो,
पूरी थाली भर लाते हैं,🍱
फिर मिले ना मिले,
इस तरह चबाते हैं।।😆

जो आते हैं उन सब से,
मिल भी नहीं पाते हैं,🤔
फिर भी जो नहीं आते उनसे,
नाराज़ हो जाते हैं।😏

फिर मत कहिएगा कि बताया नहीं,
सभी तो मिले थे पर मज़ा आया नहीं,😑
पहले जो हंसकर मिलता था,
 इस बार तो पास आया ही नहीं।।

पहले तो हर बार बुलाते थे,🤔
 इस बार उन्होंने बुलाया ही नहीं।🙍
ऐसा ना हो अब हो यही
 रिश्ते-नाते बचे नहीं।।🙃

अनावश्यक रिवाजों के बोझ से बचिये 
झूठे दिखावे में मत फ़ंसिये।😫
शिक़ायत पर शिक़ायतें होती रहेंगी
नवदंपत्ति खुश रहें ऐसी सोच रखिए।।🙏

जितनी सामर्थ्य हो उतना करिए,
जो भी करिए मन से करिए,💁
जब सब मिलिए तब खुश रहिए,😍
शिक़वे बुराइयां सब बंद करिए,🙊
 हंसते रहिए हंसाते रहिए।।😀
By-Dr.Anshul Saxena 


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