शुभ विवाह संपन्न,🙏
फिर सब शुरू हो जाते हैं,
जो जाते हैं जो बुलाते हैं,
सबकी शिकायतों के
बस्ते खुल जाते हैं।।🤗
लोग क्या लाते हैं,
क्या दे जाते हैं,
आइए ऐसी टीका- टिप्पणियों का,
मिलकर लुत्फ़ उठाते हैं।।🤓
एक को बुलाओ तो,
चार चार आते हैं,😏
हज़ारों लेते हैं,
सौ पाँच सौ दे जाते हैं।।🙄
कुछ नकली हार भी,
सोने का बताते हैं,😎
बहुत क़ीमती है,
ऐसा दिखाते हैं।😂
कुछ लोग तो पता नहीं,
क्या-क्या दे जाते हैं,
अपने अन उपयोगी उपहारों को,
बड़ी शान से थमाते हैं।🙌
कुछ शादी की खुशी इस तरह मनाते हैं,
एक दो नहीं आठ दस टिकाते हैं,🍻
फिर क्या देना है कुछ याद नहीं रहता,
अंत में खाली लिफ़ाफ़ा ही दे आते हैं।।😂
कुछ खाने में क्या है,
ऐसी जानकारी जुटाते हैं,🍖🍔🍜🍛
ऐसे अवसर कहां बार-बार आते हैं,🍕🌭🌮🌯🍨
इसलिए एक एक चीज़ जी भर के खाते हैं।।
कुछ लोग तो,
पूरी थाली भर लाते हैं,🍱
फिर मिले ना मिले,
इस तरह चबाते हैं।।😆
जो आते हैं उन सब से,
मिल भी नहीं पाते हैं,🤔
फिर भी जो नहीं आते उनसे,
नाराज़ हो जाते हैं।😏
फिर मत कहिएगा कि बताया नहीं,
सभी तो मिले थे पर मज़ा आया नहीं,😑
पहले जो हंसकर मिलता था,
इस बार तो पास आया ही नहीं।।
पहले तो हर बार बुलाते थे,🤔
इस बार उन्होंने बुलाया ही नहीं।🙍
ऐसा ना हो अब हो यही
रिश्ते-नाते बचे नहीं।।🙃
अनावश्यक रिवाजों के बोझ से बचिये
झूठे दिखावे में मत फ़ंसिये।😫
शिक़ायत पर शिक़ायतें होती रहेंगी
नवदंपत्ति खुश रहें ऐसी सोच रखिए।।🙏
जितनी सामर्थ्य हो उतना करिए,
जो भी करिए मन से करिए,💁
जब सब मिलिए तब खुश रहिए,😍
शिक़वे बुराइयां सब बंद करिए,🙊
हंसते रहिए हंसाते रहिए।।😀
By-Dr.Anshul Saxena
Really awesome....reality is expressed in nice words��������
ReplyDeleteThank you so much
Deleteसमाज का सटीक चित्रण किया है। वाह
ReplyDeletebahut dhanyawad
Deletebahut bahut dhanyawad
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