रिश्ते (Rishte)

 

नमस्कार!
आज साल का आखिरी दिन है और इस दिन मैं आप सभी के साथ एक छोटी सी लेकिन गहरी बात करना चाहती हूं। हमारे जीवन में हर रिश्ता एक मोती की तरह होता है और सारे मोती मिलाकर एक माला बनती है। यदि रिश्तो की माला में से एक मोती भी इधर उधर होता है तो पूरी माला बिखर जाती है।

कभी-कभी लोग इन्हीं रिश्तो को अपनी सहूलियत से जरूरत के मुताबिक इस्तेमाल करते हैं। जिंदगी में रिश्ते बहुत अहमियत रखते हैं। रिश्ते बनाना बहुत आसान है लेकिन उन्हें निभाना थोड़ा कठिन। रिश्ते अक्सर बड़ी बातों पर नहीं परंतु छोटी-छोटी बातों से बिखर जाते हैं।
याद रखिए यदि आप किसी के जीवन में अहमियत रखते हैं तो उस व्यक्ति की भी आपके जीवन में उतनी ही अहमियत होती है। जीवन बहुत छोटा है इसमें छोटी-छोटी बातों को दिल से लगाने की जगह नहीं होनी चाहिए। 

शिकवे शिकायतों की बोझ को दिल से निकाल फेंकिये और नव वर्ष में नई शुरुआत कीजिए।
आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं🙏😊

एक दूजे की थाह लिए,
दिल में मिलने की चाह लिए,
फिर भी वो रिश्ते बिखर गए,
जो छोटी बात पर ठहर गए।।

रिश्तों को अग़र निभाना है,
समझो भी ग़र समझाना है,
सब समझ बात ये अग़र गए,
तब समझो रिश्ते सँवर गए।।

Hindi poem Rishte हिंदी कविता रिश्ते


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