श्रद्धांजलि- सीडीएस बिपिन रावत

 श्रद्धांजलि- सीडीएस बिपिन रावत


हिंदी कविता श्रद्धांजलि सीडीएस बिपिन रावत


मान यान का ध्वस्त हुआ,
देश का सूरज अस्त हुआ,
नितदिन जो तेज दमकता था,
किसी और लोक ही निकल गया।

हम कृतज्ञ करबद्ध खड़े हैं,
शब्द भी मौन निशब्द पड़े हैं,
दुश्मन भी जिस को छू ना सका,
उसे काल चक्र ही निगल गया।

संपूर्ण जगत का जल मानो,
नैन नीर में बदल गया,
हिमखंड सा वीर सपूत देश का,
मां की गोद में पिघल गया।

By- Dr.Anshul Saxena 

Comments

Popular Posts

गृहणी (Grahani)

नारी - एक चिंगारी ( Naari Ek Chingari)

सलीक़ा और तरीक़ा (Saleeka aur Tareeka)

सुकून (Sukoon)

तानाशाही (Tanashahi)

बेटियाँ (Betiyan)

नव वर्ष शुभकामनाएं (New Year Wishes)

अभिलाषा: एक बेटी की

होली है (Holi Hai)

हर घर तिरंगा ( Har Ghar Tiranga)