Saajish

 Saajish

ए दिल ज़रा संभल

इन्हें थाम के तू रख,

धड़कनों की ख्वाहिशें

सुनाया नहीं करते

इनका तो काम है

छुप-छुपके करेंगी

आंखों की साज़िशें 

बताया नहीं करते।।



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