ऑनलाइन ज़माना
ऑफलाइन का गया ज़माना
ऑनलाइन सब होता है
'ढिंचक' सा कुछ भी कर दो
ऐंवई हिट वो होता है।😀
अच्छे लेख को कौन पढ़े,
सिर से पार निकलता है ,🙆
कॉपी पेस्ट फॉरवर्ड करो,
नकली माल ही चलता है ।
गंदे मज़ाक,भद्दी बातें,
हास्य के नाम यह चलता है,
ऊंची बातें और कोरा ज्ञान,🤔
'बस' ऑनलाइन ही मिलता है।
लाइक फॉर लाइक फॉलो फॉर फॉलो,👍
इस रेस में आगे चलता है,💃
वो पीछे रह जाता यारा,
जो अच्छा बेहतर चुनता है।
लोकप्रिय तुम,या गुनी हो,🤓
लाइक पे निर्भर करता है,
कला आदमी और सामान,
सब कुछ यहीं पे बिकता है।।🙌
By:- Dr.Anshul Saxena
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