प्यार (Love)

हर चीज़ जब अच्छी लगे,
हर बात जब सच्ची लगे,
हार में जब जीत हो,
और जीत में जब हार,
समझ लेना तुम को
होने लगा है प्यार ।
जब भावना मंथन करें,
समझे ना समझदार,
रात की नींदें उड़े,
सपने बुने हज़ार,
समझ लेना तुम को
होने लगा है प्यार ।
बेसब्री से किसी का जब,
करते हो इंतज़ार,
दिल की धड़कनों की,
बढ़ने लगे रफ़्तार,
समझ लेना तुम को
होने लगा है प्यार ।
ख़ुद से ज़्यादा किसी पे
जब करते हो ऐतबार,
इक़रार का हो इंतज़ार
हो जाओ बेक़रार,
समझ लेना तुम को
हो गया है प्यार।।
By: Dr.Anshul Saxena
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