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Sashakt Naari ( सशक्त नारी)

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 सशक्त नारी एक नारी के जीवन के विविध रंग जितने दिखते हैं उससे कहीं अधिक गहरे होते हैं। नारी का अस्तित्व उसकी योग्यता या अयोग्यता को सिद्ध नहीं करता बल्कि जीवन में उसके द्वारा किए गए त्याग और उसकी प्राथमिकताओं के चुनाव को दर्शाता है। कहते हैं जीवन में सपना हो तो एक ज़िद होनी चाहिए और इस ज़िद पर डट कर अड़े रहना होता है। लेकिन एक नारी कभी सपने हार जाती है तो कभी सपनों को पूरा करने में अपने हार जाती है। नारी तो कभी अपने बच्चों में अपने सपने ढूंढ लेती है तो कभी परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाकर अपनी खुशियों का बहाना ढूंढ लेती है। ऐसे में कभी कभी वह परिस्थितियों से छली जाती है तो कभी अपनों से ठगी जाती है। नारी के त्याग को उसकी कमज़ोरी समझने वालों के लिए  प्रस्तुत हैं मेरी यह चार पंक्तियां- ज़िद थी उड़ान की मगर अड़ नहीं पाई, मतलबी चेहरों को कभी पढ़ नहीं पाई, तुम क्या हराओगे उसे जो हर हार जीती है, अपनों की बात थी तो बस लड़ नहीं पाई।।

कोरोना वायरस- किस सतह पर कितना जीवन-ख़तरे और बचाव


कोरोना वायरस -सावधान

नमस्कार दोस्तों!

आज पूरी दुनिया में जिस तरह कोरोना वायरस का प्रकोप फैलता जा रहा है, हम सभी का कर्तव्य बनता है कि एक जागरूक नागरिक की तरह हम अपने अपने स्तर पर सक्रिय रहें और अपने फर्ज को निभाते हुए कोरोना वायरस को हराने में सभी का सहयोग करें।

कोरोना वायरस का संक्रमण महामारी तक चार चरणों में पहुंचता है। कोरोना वायरस अभी भारत में दूसरे चरण पर है। दूसरा चरण यानी कि बाहर से आए लोगों द्वारा दूसरे व्यक्ति तक संक्रमण का पहुंचना। यदि हम सभी सतर्क और सावधान होकर बताए गए नियमों का पालन करते हुए सहयोग नहीं करेंगे तो कोरोना वायरस को तीसरे चरण तक पहुंचने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। तीसरा चरण यानी कि लोगों के एक समुदाय द्वारा संक्रमण दूसरे समुदाय तक पहुंचना। चौथे चरण में संक्रमण पूरे देश में महामारी की तरह फैल सकता है। ऐसे में स्थिति बहुत गंभीर हो जाएगी। इसलिए हम सभी भारतीयों को सतर्क रहना है। जागरूक रहना है बताए गए नियमों का पालन करना है जिससे कि भारत बाकी देशों जैसे चीन और इटली की तरह तीसरे और चौथे चरण में कोरोना वायरस के प्रकोप से बचा रहे।


ड्रॉपलेटस से संक्रमण

सबसे ज्यादा कोरोना वायरस का संक्रमण ड्रॉपलेट्स से हो रहा है। यानी कि यदि कोई छींकता है, खाँसता है अथवा बात करता है और उसके द्वारा निकले हुए ड्रॉपलेट्स दूसरे व्यक्ति तक पहुंचते हैं तो संक्रमित व्यक्ति द्वारा दूसरा व्यक्ति आसानी से संक्रमित हो जाता है।

सावधानी

*ऐसे में आप दूसरे व्यक्तियों से उचित दूरी बनाकर रखें।
*मास्क पहनें।
*किसी भी वस्तु को छूने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं और सुखाएं।
* समय-समय पर  थोड़े गरम पानी में नमक मिलाकर गरारे करें।
*गुनगुना पानी पियें।
* अदरक तुलसी लॉन्ग वाली चाय पीयें।
* शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाएं।
* इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा विटामिन सी का सेवन करें।
* गिलोय का रस लें।
*तुलसी का रस लें।
* भीड़ भाड़ में ना जाएं।
* सार्वजनिक स्थलों पर ना थूकें।
* अपने चेहरे को बार-बार ना छूयें।

किस सतह पर कितनी देर जीवित रहता है कोरोनावायरस?



जैसा कि आप सभी को बार-बार बताया जा रहा है कि किसी भी प्रकार की वस्तु जो अन्य व्यक्तियों के संपर्क में आती है उसे छूने से संक्रमण होने की अधिक संभावना होती है। उन्हें छूने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं।

सबसे ज्यादा छुई जाने वाली वस्तुएं जैसे लिफ्ट के बटन, मोबाइल, रिमोट कंट्रोल, दरवाजों के हैंडल, खिड़की दरवाजे, लैपटॉप, कंप्यूटर का माउस, ऑफिस में डेस्क, टेबल, चेयर, पेन,फाइल, पेपर आदि।


आपको यह जानने की बहुत आवश्यकता है कि कोरोना वायरस कौन सी वस्तु की सतह पर कितनी देर जिंदा रहता है।

• सबसे ज्यादा खतरनाक वस्तु है प्लास्टिक जिस पर कोरोना वायरस 3 दिन तक जिंदा रहता है।
इसलिए प्लास्टिक से बनी वस्तुओं जैसे कि फोन, पेन, बर्तन या पानी की बोतल इत्यादि छूने के बाद आपको हाथ बहुत अच्छी तरह साफ करने की आवश्यकता है। इनको जितनी बार छुएं बार-बार हाथ साबुन से हाथ धोए या सेनटाइज़ करें।
• स्टील से बनी कोई भी वस्तु जैसे आपकी वॉटर बॉटल या रसोई में इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तन आदि इन पर कोरोना वायरस 12 से 13 घंटे जिंदा रहता है।
• किसी भी कार्डबोर्ड अथवा पेपर पर कोरोना वायरस 24 घंटे यानी कि 1 दिन तक जिंदा रहता है।
• लकड़ी की बनी वस्तुओं पर जैसे की मेज, कुर्सी या अन्य कोई भी वस्तु पर कोरोना वायरस 24 घंटे यानी 1 दिन तक जिंदा रहता है।
• सबसे कम देर कोरोना वायरस कॉपर से बनी चीज पर जिंदा रहता है। कॉपर की वस्तुओं पर यह 3 से 4 घंटे तक जीवित रहता है।

सावधानी

ऐसी स्थिति में आप क्या सावधानी बरत सकते हैं?
• अपने इर्द-गिर्द इस्तेमाल किए जाने वाली वस्तुओं को डिसइनफेक्ट करते रहें।
• जैसे कि अपनी मोबाइल फोन की हर दूसरे और तीसरे दिन सफाई करें। इसके लिए आप गीले टिशु पेपर का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे सोल्यूशन का इस्तेमाल करें जिससे कि आप अपने मोबाइल को डिसइनफेक्ट कर सकें।
• इसी तरह से दरवाजे के हैंडल ऑफिस में रखी डेस्क मेज कुर्सी रिमोट कंट्रोल माउस लैपटॉप आदि सभी को डिसइनफेक्ट करने की आवश्यकता है।
• यदि आप घर में हैं और आपके पास डिसइनफेक्ट करने के लिए सोल्यूशन नहीं है तो आप ब्लीच पाउडर को पानी में घोल लें और उसमें किसी रुमाल अथवा कपड़े को भिगोकर अपनी टेबल को दरवाजे के हैंडल खिड़की दरवाजों को अच्छी तरह से पोंछें।
• हर 20 मिनट पर अपने हाथ धोएं।
• किसी भी वस्तु कुछ होने के बाद अपने आंख नाक मुंह अथवा चेहरे को नाच छुयें।
• दूसरे लोगों से दूरी बनाकर रखें।
• जहां तक संभव हो अपने घर में रहें और सुरक्षित रहें।

मेरा आप सभी से निवेदन है कि ऐसी स्थिति में घबराने की नहीं बल्कि सावधान होने की आवश्यकता है। हम सभी को आलस छोड़कर सक्रिय होना होगा। जागरूक होना होगा। साफ सफाई पर ध्यान देना होगा।

स्वच्छ रहें स्वस्थ रहें।

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