हमारी माधुरी ( Humari Madhuri )

 हमारी माधुरी 

Hindi kavita about Madhuri Dixit


मधु से मधुर हैं माधुरी🍯        
बस धीरे से मुस्कायें😍
नृत्य कला बेजोड़ है इनकी💃🏽
भाव भंगिमा भायें।।👌

देवी गौरी चंद्रमुखी,👸
मोहिनी सी अदाएं,🧚‍♀️
भोली सी सूरत ,
आंखों में मस्ती,
दूर खड़ी शर्माएं।
आय हाये🙆‍♀️

कोई प्रेम प्रतिज्ञा ले बैठा,
कोई देवदास बन जाएं,
क्या राम लखन क्या थानेदार,
कोई आपको भूल ना पाएं।।

दिल है दिल तो पागल है,💗
वो कैसे यह बतलायें?
राजा साजन राजकुमार,
आपसे पूछना चाहे,
कि हम आपके हैं कौन?
अब कौन उन्हें समझाए।।

धक धक धड़के कितने दिल,💓
धड़कन काबू ना कर पाए,
टूटे दिल की धड़कन को,💔
श्री राम ही पार लगाये।।👨‍⚕️

आजा नचले जब आप कहें,
तब पैर थिरकते जाएं,💃🏽
ना आप सा कोई अब तक था,
कोई आप सा ना बन पाए।।🙏

जब भारत छोड़कर आप गयीं,
बस चाहा लौट के आ जाएं
सूना था फिल्म जगत ऐसे
बिन लौ के दीपक हो जाए।।🔥

मुद्दत से एक तमन्ना है
कभी आप से हम मिल पाएं,
बड़े बड़े हैं फैन मगर,
कभी हम भी नज़र में आएं।।🙏

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